साइबर क्राइम और उसके रोकथाम

आज जैसे-जैसे हमारा विज्ञान में आगे बढ़ रहा है उपलब्धियां हासिल कर रहा है और विज्ञान के स्तर में बहुत आगे तक हमारे देश बहुत सारी सुविधाएं हमें दे रहा है ठीक उसी प्रकार विज्ञान के जरिए बहुत से ऐसे लोग हैं जो साइबर क्राइम करते हैं जैसे डाटा चोरी करना ऑनलाइन धोखाधड़ी यह सब साइबर क्राइम के अंतर्गत आता है साइबर अपराध डिजिटल तकनीक का उपयोग करके किया जाने वाला एक गैर कानूनी कार्य है जिसके तहत पहचान की चोरी डाटा चोरी करना ऑनलाइन धोखाधड़ी आदि है सारे क्राइम शामिल है इसे रोकने के लिए मजबूत एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का उपयोग करना चाहिए अज्ञात स्रोतों में फाइलें डाउनलोड ना करना मजबूत पासवर्ड बनाना और टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन का उपयोग करना और संवेदनशील जानकारी साझा करने के लिए बचाना जरूरी है भारत सरकार ने राष्ट्रीय साइबर अपराध रिर्पोटिंग पोर्टल और एक हेल्पलाइन नंबर 1930 भी शुरू किया है ताकि लोग साइबर अपराध की रिपोर्ट कर सके और उचित कार्यवाही भी जारी कर सकें साइबर अपराधी कई तरीके से हमारे उत्तर को चोरी कर सकता है जैसे नकली ईमेल वेबसाइट या मैसेज के माध्यम से उपयोगकर्ता से संवेदनशील जानकारी जैसे पासवर्ड या बैंक विवरण चुराना यह सब साइबर क्राइम के अंतर्गत आता है साइबर अपराधी किसी की पहचान या ईमेल पते को नकली बनाकर धोखाधड़ी कर सकता है वह उसके निजी दस्तावेज को चुरा सकता है किसी और के व्यक्तिगत डेटा या पहचान का गलत उपयोग करके वित्तीय या अन्य धोखाधड़ी करके उसके बैंक अकाउंट को भी खाली कर सकता है हमें अपने कंप्यूटर और
उपकरण पर हमेशा एक अच्छा एंटीवायरस सॉफ्टवेयर और फायरवॉल इंस्टॉल करके उसे अपडेट करना चाहिए किसी भी अनजान वेबसाइट पर नहीं जाना चाहिए अब विश्वास नहीं आता स्रोतों से फाइलें डाउनलोड नहीं करनी और किसी भी ईमेल अटैचमेंट या लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए करने से पहले सतर्क रहें इसकी पूरी जानकारी हमें रखनी चाहिए मजबूत पासवर्ड हमें बनाकर रखना चाहिए अद्वितीय पासवर्ड का उपयोग करें और नियमित रूप से उन्हें बदलते रहना चाहिए ऑनलाइन या अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपनी व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी हमें सजा नहीं करनी चाहिए साइबर अपराधी आपको धोखा देने के लिए मनोवैज्ञानिक हेर फेर का उपयोग कर सकते हैं इसलिए किसी भी संदीप फोन कॉल मैसेज या ईमेल से हमें सावधानी बरतनी चाहिए भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र यह केंद्र साइबर अपराधों से निपटने के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से राज्य और केंद्रीय शासित प्रदेशों की सहायता प्रदान करता है साइबर अपराधों से व्यापक और संबंधित तरीके से निपटने के लिए गृह मंत्रालय ने देश के सभी प्रकार के साइबर अपराधों को समन्वित और व्यापक तरीके से निपटने के लिए एक संलग्न कार्यालय के रूप में भारतीय साइबर अपराध समन्वय की स्थापना की है(I4 सी) ताकि आम जनता सभी प्रकार के साइबर अपराधों से संबंधित घटनाओं की रिपोर्ट कर सके विशेष रूप से महिला और बच्चों के खिलाफ साइबर अपराध पर इस पोर्टल पर दर्ज साइबर अपराध की घटनाओं की फिर से रूपांतरण और उसके बाद की कार्यवाही कानून के प्रावधानों के अनुसार संबंधित राज्य केंद्र शासित प्रदेशों की कानून परिवर्तन एजेंसियां द्वारा की जाती हैं(I4 सी ) मैं एक अत्याधुनिक साइबर धोखाधड़ी सामान केंद्र सीएफएमएस स्थापित किया गया है जहां प्रमुख बैंकों वित्तीय मध्य स्टोर भुगतान अग्रेगॅटर्स दूरसंचार सेवा प्रदाताओं IET मध्यस्थो और राज्यों संघ राज्य क्षेत्र की कानून परिवर्तन एजेंसियों के प्रतिनिधि साइबर अपराध से निपटने के लिए तत्काल कार्यवाही और निर्वाण सहयोग के लिए मिलकर काम कर रहे हैं सरकार अब तक 9.42 लाख से अधिक सिम कार्ड और 263348 आईएमईआई ब्लॉक कर चुकी है गृह मंत्रालयों ने महिला एवं बच्चों के विरूद्ध साइबर अपराध रोकथाम ccpwuc योजना के अंतर्गत राज्यों केंद्र शासित प्रदेश को साइबर फॉरेंसिक शहर प्रशिक्षण प्रयोगशालाओं की स्थापना कनिष्ठ साइबर सलाहकारों की नियुक्त एवं (एलईए ) कोमियो लोग अभी योज्य को एवं न्यायिक अधिकारियों के प्रशिक्षण जैसी क्षमता निर्माण कार्यों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की है 33 राज्यों शासित प्रदेशों में साइबर फॉरेंसिक शहर प्रशिक्षण प्रयोगशाला स्थापित की गई हैं 24 600 से अधिक एलईए कर्मियों न्यायिक अधिकारियों और अभियोजकों को साइबर अपराध जागरूकता जांच फॉरेंसिक आदि पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया है साइबर अपराध जांच फॉरेंसिक कभी योजना आदि के महत्वपूर्ण पहलुओं पर ऑनलाइन पाठ्यक्रम के माध्यम से पुलिस अधिकारियों न्याय अधिकारियों की क्षमता निर्माण के लिए ( I4 सी) के तहत बड़े पैमाने पर खुले ऑनलाइन पाठ्यक्रम ( MOOC) प्लेटफॉर्म जिसका नाम साईं ट्रेन पोर्टल है विकसित किया गया है केंद्र शासित प्रदेशों के 105796 से अधिक पुलिस अधिकारी पंजीकृत है और पोर्टल के माध्यम से 42704 से अधिक प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं इसके परिणाम स्वरूप 10599 अभियुक्त की गिरफ्तारी हुई है 26096 संपर्क स्थापित हुए हैं और 63019 साइबर जांच सहायता अनुरोध प्राप्त हुए हैं IET कानून 2000 की धारा 79 की उप धारा 3 के खंड के अंतर्गत उपयुक्त सरकार या उसकी एजेंसी द्वारा IET मध्यस्तो को नोटिस भेजने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए सहयोग पोर्टल शुरू किया गया है ताकि किसी भी गैर कानूनी कार्य को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल की जा रही किसी भी जानकारी उत्तर या संचार लिंक को हटाया जा सके या उसे तक पहुंच को अक्षम किया जा सके अब तक जो केंद्रीय और 34 राज्य संघ राज्य क्षेत्र अधिकृत अंजेसियो 72 IET मध्यस्तो और 35 वर्चुअल एसेट सेवा पर दाताओं (VAASP ) कोसायो पोर्टल पर शामिल किया जा चुका हैसाइबर अपराध से बचने के लिए हमें खुद से बहुत सावधान रहना पड़ेगा हमें किसी भी तरह के किसी अनजान व्यक्ति पर भी भरोसा नहीं करना चाहिए आज के दौर में साइबर अपराध बहुत हद तक आगे बढ़ चुका है जिससे वह हमारी निजी दस्तावेजों का गलत फायदा उठाकर हमें बहुत हद तक ब्लैकमेल भी कर सकते हैं हमारे रिश्तेदारों को हमारे जरिए बहुत गंदी-गंदी वीडियो भी भेजते हैं और उन्हें परेशान करते हैं भारत सरकार द्वारा चलाई गई इस मुहिम का हमें अधिक से अधिक फायदा उठाना चाहिए यदि हम खुद से सतर्क रहें तो हम इस अपराध से या अपराधियों के चंगुल में आने से बच सकते हैं हमें अपने फोन में बहुत ही स्ट्रांग पासवर्ड लगाना चाहिए आज की इस ऑनलाइन दुनिया में सुरक्षित रहने के लिए हमें महत्वपूर्ण साइबर सुरक्षा प्रथाओं का पालन करना बहुत जरूरी है जो हमें हमारे परिवार को आसान खतरों से बचाने में मदद करता है हमें सार्वजनिक वाईफाई हॉटस्पॉट का उपयोग करते समय भी विद्यालय दिन से बचना चाहिए यदि आवश्यक हो तो वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क का उपयोग भी कर सकते हैं

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