स्वतंत्रता के बाद भारत

हमारा भारत देश 15 अगस्त 1974 को स्वतंत्र हुआ लेकिन एक सन प्रभु गणराज्य बनने के लिए 26 जनवरी 1950 तक इंतजार करना पड़ा जब संविधान लागू हुआ संविधान लागू होने से भारत एक संप्रभु समाजवाद धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य बन गया भारत ने विभाजन के कारण बड़े पैमाने पर हिंसा गरीबी और निरक्षरता जैसी चुनौतियों का सामना किया और इसके बाद भारत ने पंचवर्षीय योजनाओं के माध्यम से औद्योगिकरण कृषि विकास और हरित क्रांति पर ध्यान केंद्रित किया देश ने अपने संविधान को लागू किया जो एक लोकतांत्रिक गणराज्य की स्थापना करता है भारत देश ने शिक्षा स्वास्थ्य अर्थव्यवस्था और स्टार्टअप जैसे क्षेत्रों में प्रगति की है लेकिन प्रति व्यक्ति आय बढ़ाने और गरीबी उन्मूलन जैसी चुनौतियां अभी भी मौजूद है भारत देश आजाद होने के बाद भी आज बहुत सी समस्याओं से जूझ रहा है स्वतंत्रता के तुरंत बाद हुए विभाजन से संप्रदाय हिंसा हुई और शरणार्थियों के पुनर्वास की चुनौती भी आई देश के पास स्थिर कृषि और निम्न औद्योगिकी आधार था जिससे आर्थिक विकास और औद्योगीकरण की आवश्यकता पड़ी भारत आज दुनिया के सबसे बड़े स्टार्टअप पारिस्थितिक तंत्र में से एक है जो रोजगार के अवसर पैदा करता है भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे बड़े नेटवर्कों में से एक है और देश ने दूरसंचार और अन्य क्षेत्रों में भी प्रगति की है भारत की अर्थव्यवस्था का आकार भी बढ़ रहा है लेकिन हर व्यक्ति की आय को शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं के बराबर लाने की आवश्यकता है भारतअपने आर्थिक विकास में और सुधार लाने की पूरी पूरी उम्मीद कर रहा है जिसके लिए भारत देश बहुत सी योजनाओं का पालन कर रहा है और कृषि क्षेत्र में भी आज भारत बहुत आगे बढ़ चुका है आजादी के बादडॉ राजेंद्र प्रसाद पहले राष्ट्रपति के रूप में चुने गए 1976में पारित 42 वें संविधान संशोधन के बाद में तीन वाक्यांश समाजवाद धर्मनिरपेक्ष और अखंडता शामिल थे स्वतंत्रता के बाद महत्वपूर्ण विकास हुए जैसे भारतीय रेलवे लगभग 7000 स्टेशनों के साथ संचालित होती है और इसका गठन 1951 में हुआ था भारत में आजादी के बाद पहला चुनाव 1951 में हुआ था और कांग्रेस को बहुमत मिला था भारत ने एशिया का पहला परमाणु रिएक्टर विकसित किया था अप्सरा परमाणु रिएक्टर 1956 में विकसित किया गया था भारत देश में आजादी के बाद इतिहास राष्ट्रीय निर्माण और विकास का है जिसकी शुरुआत 1974 में विभाजन और हिंसा से हुई थी इस अवधि में अर्थव्यवस्था कृषि शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में विकास हुआ लेकिन प्राकृतिक आपदाएं सामाजिक विभाजन और भाषा की बढ़ाएं प्रमुख चुनौतियां रही कश्मीर जैसे क्षेत्रों को लेकर विवाद भी जारी रहे इसके अलावा भी भारत ने अंतरिक्ष यात्रा और क्रिकेट जैसे क्षेत्रों में भी कई मील के पत्थर हासिल किए थे भारत में आजादी के बाद भारत ने कई योजनाएं शुरू की जैसे जन धन योजना स्वच्छ भारत अभियान आयुष्मान भारत और डिजिटल इंडिया ताकि समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सुधार लाया जा सके आजादी के बाद लोगों को वोट देने का भी अधिकार मिला जो की एक बहुत महत्वपूर्ण लोकतांत्रिक कम था 1948 में महात्मा गांधी की हत्या हुई जिससे नाथूराम गोडसे ने अंजाम दिया था भारतीय रिजर्व बैंक का राष्ट्रीयकरण 1949 में हुआ इसके बाद यह पूरी तरह भारत सरकार के स्वामित्व में आ गया था 1983 में कपिल देव की कप्तानी में भारत में पहला क्रिकेट विश्व कप जीताभारत में कई ऐसी उपलब्धियां आजादी के बाद प्राप्त हुई जिससे आज हमारा भारत देश नंबर वन भारत देश कहलाता है 1974 से ही कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद का गंभीर विषय बना हुआ था जलवायु और सामाजिक ताने बारे में मौजूद विविधता ने भी लोगों को अलग-अलग किया जिससे एकता की कमी बनी रही संक्षेप में बताएं तो आजादी के बाद का भारत इतिहास चुनौतियों के बावजूद निरंतर प्रगति और विकास की कहानी है जिस देश ने राष्ट्रीय स्तर पर कई उपलब्ध दिया हासिल की है स्वतंत्रता के बाद भारत ने दो सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य अपने समक्ष रखें एक मजबूत भारत और एक अखंड राष्ट्र का निर्माण करना जिसमें विभिन्न रियासतों का एकीकरण शामिल था दूसरा देश के आर्थिक विकास को बढ़ावा देना और लोगों के जीवन स्तर में सुधार करना जिसमें औपनिवेशिक काल से उत्पन्न आर्थिक ठहराव को दूर करना और अर्थव्यवस्था का सर्वाधिक विकास करना शामिल था भारत के विखंडन के बाद भारत को एकजुट करना एक बहुत बड़ी चुनौती बन गया था रियासतों का एकीकरण करके एक संगठित राष्ट्र का निर्माण किया गया ताकि भारत को फिर से एक किया जा सके भारत की अर्थव्यवस्था पर बहुत अधिक सुधार और विकास किया गया जिससे लोगों के जीवन में ऊंचा उठाने और सामाजिक आर्थिक समानता सुनिश्चित करने के लिए अर्थव्यवस्था महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके आजादी के बाद भारत को बहुत सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ा भारत देश की आर्थिक स्थिति बेहद गंभीर थी सबसे बड़ी चुनौती ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन द्वारा छोड़ी गई युद्धग्रस्त अर्थव्यवस्था का पुनर्निर्माण थी भारत देश की स्वतंत्रता के बाद भारत का पहला राज्य आंध्र प्रदेश था स्वतंत्रता का पहला राज्य आंध्र प्रदेश जो की 1 अक्टूबर 1953 को जिसका गठन हुआ भारत देश ने आजादी के बाद गरीबों का उन्मूलन आर्थिक पुनर्निर्माण राष्ट्रीय निर्माण सामाजिक विभाजन को दूर करना और शरणार्थी संगठन का प्रबंध किया ब्रिटिश शासन ने देश के आर्थिक और सामाजिक ढांचे को कमजोर कर दिया था जिससे भारी गरीबी बेरोजगारी और आधारभूता आवश्यकताओं की कमी थी साथ ही विभाजन के कारण लाखों शरणार्थी भी आए थे जिनके पुनर्वास का तत्काल आवश्यकता थी अंग्रेजों के शासन से आर्थिक ढांचे में कमजोरी होने के कारण गरीबी चरम सीमा पर थी और देश को युद्धग्रस्त व्यवस्था का पूर्ण निर्माण भी करना था भारत देश में बहुत हद तक जातिवाद भी था सबसे बड़ी चुनौती भारत देश के सामने यह थी कि इतने बड़े और विशाल विविध देश को एक राष्ट्रीय राज्य में एकीकृत करना विभिन्न रियासतों को एकजुट करना और सभी नागरिकों के लिए राजनीतिक और सामाजिक स्थिरता लाना एक बहुत बड़ी चुनौती थीभोजन कपड़ा मकान शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी थी और इन जरूरत को पूरा करने को एक जटिल कार्य था और इसके लिए सभी भारद्वासियों को एक होना बेहद जरूरी था आजादी के तुरंत बाद राजनीतिक स्थिरता भी थी जिससे नए राष्ट्र के शासन और विकास में बहुत चुनौतियांउत्पन्न हुई

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