प्रमुख युद्ध संध्या और उन पर आधारित खोज एवं आविष्कार युद्ध इतिहास का एक अभिन्न अंग है यह इतिहास इतना प्राचीन है उतना ही लगातार विकसित भी हो रहा है मानव ने शुरुआत से ही अपनी रक्षा और आक्रमण समुदाय बढ़ाने के लिए हथियारों और रणनीतियों का विकास किया है युद्ध साधन सिर्फ हथियार ही नहीं बल्कि रणनीति संगठन संचार प्रणाली गुप्त अभियानों के तरीके सैया इंफ्रास्ट्रक्चर आदि भी इस श्रेणी में आते हैं आज से लगभग 4000 वर्ष पूर्व यानी 2000 इस पर्व के आसपास टेमरिया काशी धातु से बने तलवार खंडित शास्त्र कवच आदि का उपयोग हुआ करता था सिंधु घाटी सभ्यता सिनोली उत्तर प्रदेश के बागपत क्षेत्र से मिलने वाले पुरातत्व इस बात का वर्णन करते हैं सिनौली में प्राप्त तलवार एवं अन्य उपकरणों की बनावट और फिनिशिंग दर्शाती है कि उसे समय हथियारों के निर्माण में धातु बढ़ाने और शक्ति बनाने की अच्छी विशेष तकनीकी लागू हुआ करती थी युद्ध में विभिन्न भूभाग जंगल मैदान पर्वत के अनुसार हथियार और रणनीतियां बदलती रहती थी बड़े साम्राज्यों के समय में हाथी से ना घुड़सवार सेवा आदि भूमिका प्रमुख थी महाभारत जैसे महाकाव्य में युद्ध संरचनाओं चक्रव्यूह पद्मव्यूहा आदि उल्लेख हुआ करते हैं जो युद्ध के मैदान में झूठी चल घेरे बनाने की रणनीतियां थी यह आज भी सामरिक अध्ययन के लिए उपयुक्त होती हैं उसे समय में अनेक अनेक प्रकार के युद्ध की नीति हुआ करती थी जिसके लिए चक्र भी हुआ रचाया करते थे प्राचीन समय के युद्ध संगठन अत्यंत विशेष हुआ करते थे जिसमें फंसे हुए इंसान आसानी से बाहर नहीं निकलते थे पत्थर की बालीस्टीका तीर धनुष भला तलवार कर सिरोही आवरण आदि प्राचीन काल के मुख्य हथियार हुआ करते थे इन हथियारों का कोई सामना नहीं हुआ करता था यह अत्यंत थी मजबूत धातुओं से बने हुए होते थे प्राचीन भारत में धातु विधि और हस्तशिल्प की विशेष तकनीक हुआ करती थी जैसे हैंडल सरकारी लोगे तांबे कैसे की स्थिति निर्माण पद्धतिआज से मध्यकाल में लगभग जैसे-जैसे युद्ध और साम्राज्य की संख्या बड़ी वैसे-वैसे रक्षा के लिए साओ ने हथियारों में भी बदलाव किया उनकी तकनीक में भी बदलाव किया जैसे बंदूक के तोपें मुसल छरे् ऐसे आग्नेयास्त्रो युद्ध की स्थिति में बदलाव दिया तोपों की वजन लंबी तोप की बैरल गन पाउडर की शक्ति में सुधार युद्ध के परिणाम को प्रभावित करने लगे मध्यकाल में केले और दुर्गा हुआ करते थे जिनके निर्माण और उनकी रक्षा के लिए बचाने के लिए रक्षात्मक संरचनाओं महत्वपूर्ण थी मोतिया दरिया बंदी बोले करने के लिए झरोखे महल एवं भारी दीवारें यह सब युद्ध सुख समय प्रयोग होने लगे दुर्गों में छुपकर अक्सर सैनिक दूसरे सैनिकों पर प्रहार करते थे दुर्गा के ऊपर तोप यह सब लगाकर चुप कर भी वार किया जा सकता था मध्यकाल में सैनिक घुड़सवारी का तीरंदाजी का बहुत शौक रखते थे उसे समय घुड़सवारों का महत्व बहुत बढ़ता था क्योंकि मोबाइल हमले में पीछे हटने की क्षमता मिली उसे समय तीरंदाजी में सुधार हुआ धनुष का प्रयोग किया गया कंपाउंड बोस हथियार अधिकारियों की आदि की दक्षता बड़ी उसे समय बहुत से सैनिक हाथियों का भी प्रयोग करते थे उसे समय के हाथी बहुत प्रभावशाली हुआ करते थे यह विशेष तौर पर भारत में शामिल थे हाथियों का प्रयोग मनोविज्ञान के लिए बहुत प्रभावित था उसे समय संचार में सूचना भेजने के लिए सामवेद वॉक हुआ करते थे जो ध्वनि संकेत रोज की सूचनाओं धुएं टोकरी का आज आग आदि संकेत रूप में प्रयोग करते थे आधुनिक युगों में साधन में तकनीकी विज्ञान इंजीनियरिंग की प्रगति ने क्रांतिकारी बदलाव किया प्रथम विश्व युद्ध में 1914 से 1918 में सिर्फ संघर्ष नहीं था बल्कि इसमें युद्ध की प्रकृति और उसे जोड़ी तकनीक को पूरी तरह बदलाव लाने की तकनीकी थी जैसे युद्ध के दौरान महिलाएं या नर्सों के स्वास्थ्य संबंधी जरूरत को पूरा करने हेतु सेनेटरी टॉवल जैसे सामग्रियों का अध्ययन हुआ जिसके बाद में कोरटेक्स जैसे ब्रांड बन इस युद्ध के दौरान स्टेनलेस स्टील जैसी धातुओं की आवश्यकता पड़ी जो गण बैरल उपकरण आदि में घर्षण और तप से प्रभावित न हो सके इस तरह स्टेनलेस स्टील जैसे मिश्र धातु विकसित हुए प्रथम युद्ध में विशेष कर रासायनिक हथियारों का प्रयोग हुआ युद्ध में क्लोरीन गैस फॉसजिन आदि गैसों से हमला किया गया जैविक हथियारों का इतिहास भी पुराना है जिसमें वायरस बैक्टीरिया आदि के प्रयोग हुआ करते थे यह हथियार नियंत्रण और अंतरराष्ट्रीय विनिमय का विषय बना हुआ है उसे युग में ड्रोन जैसे हथियारों को भी शामिल किया गया ड्रोन से दुश्मन की ताकत है जैसे और सर्विलेंस हमला निगरानी आदि के लिए इसका प्रयोग बड़े पैमाने पर किया जाता था युद्ध अब धीरे-धीरे ऐसे हथियारों की ओर बढ़ रहा है जो आत्मा चालान पर आत्म निर्भर हो यानी इंसानी नियंत्रण काम हो गया है इलेक्ट्रॉनिक युद्ध का बहुत अधिक प्रभाव इस युद्ध के दौरान हुआ संचार अवरोध सिग्नल घूम करना रडार को भ्रमित करना आदि तकनीक का भी उपयोग किया गया
युद्ध का साधन विकास मानव जाति की रचनात्मक शक्ति का प्रबंध है जहां विज्ञान शिल्प कौशल सैनिक संगठन सभी मिलकर काम करते हैं लेकिन यह भी सत्य है कि जैसे-जैसे युद्ध साधन की शक्ति बड़ी मानवता नैतिकता संवेदनशीलता और कानून की ज़रूरतें भी उनसे बड़ी है भविष्य में युद्ध शायद मनुष्य की प्रत्यक्ष लड़ाई से ज्यादा नियंत्रण सूचना तकनीक और रणनीति का हो जाएगा सामान्य जनता पर युद्ध के बाद प्रभाव जनहानि आर्थिक दोहन पुनर्निर्माण मानसिक आघात यह सबसे जनता को जूझना पड़ता थायुद्ध के बाद फिर से तैयार होने के लिए बहुत समय लग जाता था क्योंकि युद्ध में बहुत ही ज्यादा आघात हुआ करता था युद्ध के साथ अन्य देशों से मिलने वाली तकनीकी व्यापार हथियारों की नकल और बदलते सैया सिद्धांत ने युद्ध में बहुत सहायता की परंतु इससे निवारण के लिए अधिक से अधिक समय लग जाताथामध्यकाल में अपनाई गई वह आधुनिक काल में अपनाई गई युद्ध नीतियों से आज के भारत में बहुत से ऐसे शास्त्र उत्पन्न हो चुके हैं जिनसे हम अपने जगह पर बैठे-बैठे भी दूसरी जगह हमला कर सकते हैं वह वहां के सभी हथियारों व सैनिकों को ध्वस्त कर सकते हैं वह उनके अड्डों का पता लगा सकते हैं उसे वक्त अपनाए गए हथियारों को आज के युग में अपना कर वह वैज्ञानिक तरीके से उन्हें और अच्छे से तैयार करके हम आज के युद्ध में उसे इस्तेमाल करके देश में सबसे ज्यादा युद्ध करने में सक्षम है आज के समय में भारत देश एक ऐसा भारत देश बन चुका है जिसे हराना बहुत मुश्किल हो चुका है