अर्थशास्त्र हमारे समाज की वह विज्ञान शाखा है जिसमें दुर्लभ साधनों के उत्पादन को उपभोग वितरण का अध्ययन किया जा सकता है ताकि मनुष्य को व्यवसाय और सरकारी अपनी सीमित आवश्यकताओं को पूरी करने के लिए चुनाव कर सके यह हमें व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन को बेहतर बनाने के लिए समय धन और प्रयासों के उपयोग को समझने में मदद करता है अर्थशास्त्र वस्तुओं के आदान-प्रदान उत्पादन वितरण उपभोग का अध्ययन करता है अर्थशास्त्र हमें अपने जरूरी सीमित संसाधनों का उपयोग कैसे करना चाहिए यह बताता है अर्थशास्त्र लोगों को सीखना है कि सीमित संसाधनों को बेहतर तरीके से उपयोग कैसे किया जा सके ताकि उस अधिकतम से अधिकतम लाभ हमें मिल सके यह व्यक्तियों के व्यवसाय और सरकारों के धन और अन्य संसाधनों के आवंटन के बारे में भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने में हमारी मदद करता है जिससे हम ताकि कोई गलत निर्णय न ले सके और अर्थशास्त्र में सरकारी योजनाओं का अच्छे से लाभ उठा सकें अर्थशास्त्र हमें यह समझने में मदद करता है कि एक देसिया क्षेत्र की अर्थव्यवस्था कैसे काम करती है जिससे की आपूर्ति और मांग मुद्रा सिफिट ब्याज दरें और बेरोजगारी भारती और घटती है समाज में अर्थशास्त्र से हम शिक्षा स्वास्थ्य और कानून जैसे विभिन्न सामाजिक क्षेत्र में आर्थिक सिद्धांतों का उपयोग करके समस्याओं का विश्लेषण और समाधान भी कर सकते हैं यह व्यक्तिगत जीवन में बेहद महत्वपूर्ण है इससे हमें आए और खर्च करने का प्रबंध में मदद मिल सकती है इसकी मुख्य शाखा वशिष्ठ अर्थशास्त्र और समस्त अर्थशास्त्र का महत्व संसाधनों के कुशल आवंटन और देश के विकास की नीतियों के लिए बनाने में मदद करता है यह मानव जीवन के व्यवहार और सीमित संसाधनों के बीच के संबंध का अध्ययन करता है ताकि मनुष्य अपनी असीमित आवश्यकताओं को पूरा कर सके एडम स्मिथ जैसे अर्थशास्त्रियों ने अर्थशास्त्र को धन का विज्ञान कहा है और मार्शल जैसे अर्थशास्त्रियों ने मानव कल्याण पर अधिक बल देते हुए कहा है कि मनुष्य धन के लिए है ना कि धन मनुष्य के लिए है उन्होंने हमें बताया है कि मानवता में रहकर हम कैसे धन का लाभ उठा सकते हैं आधुनिक अर्थशास्त्री अर्थशास्त्र को विकास का शास्त्र मानते हैं जो दुर्लभ संसाधनों के उचित बंटवारे और उपयोग से भी आर्थिक विकास की गति को आगे बढ़ता है यह अर्थशास्त्र की वह शाखा है जो व्यक्तिगत आर्थिक इकाइयों जैसे परिवार व्यक्ति या व्यवसाय के व्यवहार का भी अध्ययन करता है यह व्यक्तिगत उत्पादों की कीमतें आपूर्ति और मांग और व्यक्तिगत व्यवसाय के उत्पादन निर्णय पर ध्यान केंद्रित करता है और राष्ट्रीय आय बेरोजगारी और कुअर्थशास्त्र एक बहुत ही प्राचीन ग्रंथ है जो शासन काल अर्थशास्त्र और सैन्य रणनीति पर आधारभूत ग्रंथ के रूप में कार्य करता है कौटिल्य जिन्हें चाणक्य विष्णु गुप्त के नाम से भी जाना जाता है उन्होंने यह भारतीय राजनीतिक चिंतन अध्ययन के लिए आधारशीय अर्थशास्त्र को लिखा है आज के दौर में शिक्षा में अर्थशास्त्र का बहुत अधिक महत्व है क्योंकि यह छात्रों को आर्थिक अवधारणाओं की ठोस समझ विश्लेषण आत्मक और निर्णय लेने के कौशल विकसित करने में मदद करता है और निर्णय कैसे ले सके यह भी बताता है उन्हें वैश्विक आर्थिक चुनौतियों का सामना करने और प्रभावी ढंग से सूचित निर्णय लेने में भी तैयार करता है या छात्रों को उधमशीलता की भावना विकसित करने श्रम बाजार में बेहतर प्रदर्शन करने और राष्ट्र के समावेश आर्थिक विकास में योगदान करने में भी सक्षम बनता हैं अर्थशास्त्र को छात्रों के जटिल आर्थिक स्थिति और मूल्यांकन करने और अल्पकालिक वैदिक्कालिक प्रभावों को समझने में मदद करता है जिससे वह अपने जीवन और कैरियर में बेहतर निर्णय ले पाते हैं और आर्थिक लाभों का अच्छे से लाभ उठा पाते हैं यह छात्रों में रचनात्मक रूप से सोने नहीं विचारों को विकसित करने और व्यावसायिक अवसरों की पहचान करने की क्षमता विकसित करता है जो आर्थिक विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है एक शिक्षित और कुशल श्रम शक्ति का निर्णय होता है जो देश को कम बेरोजगारी गरीबी उन्मूलन और समावेश आर्थिक विकास प्राप्त करने में मदद करता है आर्थिक विकास को समझने के लिए हमें बहुत ही ज्यादा शिक्षा व शिक्षित होने की आवश्यकता है जिससे हम आर्थिक व्यवस्था को अच्छे से समझ सके और उसका अच्छे से अच्छे लाभ उठा सके वह आज के छात्रों इसे समझ सके और आर्थिक शास्त्र को समझने के बाद आर्थिक स्थिति का सामना कर सकें यह नागरिक और नीति निर्माता को आर्थिक नीतियां सरकारी खर्च और करो के प्रभावों का विश्लेषण करने और सूचित करने लेने में सक्षम बनाता हैशिक्षित और कुशल व्यक्तियों के लिए रोजगार की दर अधिक होती है और वह उच्च वेतन अर्जित करते हैं जिससे जीवन स्तर में सुधार होता है अर्थशास्त्र का अध्ययन छात्रों को जटिल आर्थिक विचारों को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करने और विभिन्न दर्शकों के साथ संवाद करने में सक्षम बनाता हैल मांग और आपूर्ति जैसे व्यापक आर्थिक मुद्दों का विश्लेषण भी करता हैअर्थशास्त्र को हम विज्ञान भी बोल सकते हैं क्योंकि इसमें मनुष्य के व्यवहार की सामान्य प्रवृत्ति और उनके पीछे प्रेरित उद्देश्यों का अध्ययन भी कर सकते हैं अर्थशास्त्र मानव की ज्ञान शाखा जिसमें तत्वों का कमरबंद रूप से संग्रह वर्गीकरण एवं विश्लेषण किया जाता है अर्थशास्त्र में इस दुनिया को समझने के लिए बुनियादी आर्थिक अवधारणाओं की शिक्षा और विविध आर्थिक मुद्दों पर उनके अनुप्रयोग की आवश्यकता होती है अर्थशास्त्र में एक बजट रेखा होती है यह एक ग्राफिकल निरूपण है जो दो वस्तुओं को उन सभी संभावित योजनाओं को दर्शाता है जिन्हें एक उपभोक्ता अपनी आए और उन वस्तुओं की कीमतों के आधार पर खरीद सकता है इस रेखा पर आदर्श गए प्रत्येक संयोजन की लागत उपभोक्ता की कुल आय के बराबर होती है जिसका अर्थ है कि उपभोक्ता अपनी पूरी आई का उपयोग कर लेता है इस बजट बताया मूल्य रेखा भी कहा जाता है यह रेखा हमें दर्शाती है कि एक उपभोक्ता अपनी निर्धारित आए और वस्तुओं की कीमतों के अनुसार कितना खर्च कर सकता है बजट रेखा के नीचे कुछ बिंदु स्थित है वे बिंदु उन संयोजन को दर्शातीहैं जिन्हें उपभोक्ता खरीद सकता है लेकिन उन पर उसकी पूरी आए खर्च नहीं होती है बजट रेखा के ऊपर स्थित बिंदु ऐसे संयोजन होते हैं जो उपभोक्ता की आया बजट के लिए संभव नहीं है संक्षेप में बताएं तो बजट रेखा उपभोक्ता के एक संभावना रेखा होती है जो बताती है कि वह अपनी आए और बाजार की कीमतों के भीतर किन-किन वस्तुओं की संयोजन खरीद कर सकता है और उनका लाभ उठा सकता है